NEET UG Result News: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा पूरे देश भर में नीट यूजी 2025 की परीक्षा को कराया गया| जिसमें काफी बढ़ जाकर अभ्यर्थी हिस्सा लिया| यह परीक्षा पूरे देश में 4 मई को कराई गई जिन छात्रों ने इस परीक्षा को दिया है| उन सभी को NTA की आंसर Key और रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है और आयोग द्वारा भी इस परीक्षा का रिजल्ट और आंसर की जारी करने की बात की जा रही है| लेकिन इस बीच नीट यूजी परीक्षा के दौरान कुछ ऐसे भी जिले हैं जिनकी नीट यूजी का रिजल्ट जारी होने में काफी ज्यादा समस्या आ रही है|
हाई कोर्ट द्वारा इस जिले में लगाई गई थी रोक
जी हां जैसा कि आप सभी को पता है कि नीट यूजी 2025 का एग्जाम 4 मई को कराया गया| ऐसे में देश भर के छात्रों ने इस परीक्षा में भाग लिया| लेकिन आज भी हमारे देश में कई जगहों पर और कई परीक्षा केदो पर व्यवस्था का अभाव है| ऐसे ही एक घटना मध्य प्रदेश में देखने को मिली जहां परीक्षा के दौरान इंदौर के कुछ परीक्षा केंद्रों पर ना तो बिजली की व्यवस्था थी और ना ही उजाले की| ऐसे में छात्रों को मोमबत्ती के सहारे परीक्षा देनी पड़ी और कई परीक्षा केदो पर अंधेरा होने की वजह से बच्चों ने परीक्षा में भाग नहीं ले पाए| यही सब कारण है कि मध्य प्रदेश सरकार ने नीट परीक्षा 2025 के रिजल्ट को जारी करने पर मध्य प्रदेश के इंदौर में रोक लगा दी है|
नीट यूजी परीक्षा 2025 में बाधा बनी यह वजह
4 मई को हुए नीट यूजी परीक्षा के दौरान मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में अचानक मौसम बिगड़ गया जब परीक्षा देने का समय हो रहा था| इस दौरान मध्य प्रदेश के इंदौर में भारी बारिश और तेज हवा चलने लगी| जिसकी वजह से बिजली व्यवस्था थप्पड़ गई और यही कारण है कि इंदौर के कई परीक्षा केंद्रों में अंधेरा देखने को मिला| कुछ जगहों पर तो मोमबत्ती के सहारे बच्चों ने परीक्षा दी|लेकिन कई केदो पर यह व्यवस्था भी न होने के कारण काफी बच्चों का एग्जाम छूट गया|
क्या पूरे देश का परिणाम होगा घोषित
जब से यह बड़ी खबर सामने आई है तब से लगातार लोगों के मन मे यह सवाल है कि क्या केवल मध्य प्रदेश के इंदौर में परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था होने के कारण वहां के छात्रों का परीक्षा ना देना पूरे देश की परीक्षा परिणाम रोक सकता है| तो इस पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से तुषार मेहता और एडवोकेट हिमांशु जोशी द्वारा कोर्ट को बताया कि यह आदेश उनके पक्ष में सुने बिना ही जारी किया गया था और उनकी तरफ से यह भी कहा गया की व्यवस्था केवल इंदौर की कुछ परीक्षा केदो पर हुई थी| जबकि पूरे देश भर में इस परीक्षा को बड़ी ही शांतिपूर्ण तरीके से और व्यवस्थित तरीके से कराया गया| इसलिए केवल कुछ केंद्रों की गड़बड़ी के कारण पूरे देश का परिणाम रोकना उचित नहीं होगा| यह बड़ी बात शुक्रवार को सुनवाई के द्वारा कही गई|